परिवार की दशा सुधारने,महिलाओं ने पूजी दशा माता...बम्बोरी सहित आसपास के गांवों की महिलाओं ने पीपल को सूत का धागा बांधकर परिक्रमा की, कहानियां सुनीं

बम्बोरी:- परिवार की दशा को सुधारने और खुशहाली के लिए महिलाओं ने रविवार को शुभ मुहूर्त में दशा माता का पूजन किया। गाँव में अलग-अलग जगह में हुए पूजन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। महिलाओं ने पीपल के पेड़ का पूजन कर उस पर कच्चा सूत लपेटकर परिक्रमा की। दशा माता की कथा भी सुनी। महिलाओं ने पूजन के लिए व्रत रखा। पीपल का पूजन करने से इसे पीपल दशा भी कहा जाता है। पंडित धर्मेंद्र आमेटा ,पप्पू लाल पुरोहित के अनुसार नौ ग्रह और नौ देवियों को प्रसन्न करने के लिए यह पूजन-व्रत किया जाता है। दशा माता का पूजन कर महिलाएं घर-परिवार की दशा अच्छी रहने, संकटों से मुक्ति मिलने और परिवार के सुख की कामना की।
बम्बोरी गाँव के चारभुजा मंदिर,चामुंडा माता ,अस्पताल परिसर ,जलोदा, करजू, ननामा की भागाल ,हड़मतिया जागीर, गुड़ली,कुलमीया आदी गॉवों में पीपल की पूजा  की।

 रविवार को  महिलाओं ने दशा माता का पूजन शुभ मुहूर्त में विधि विधान से किया। गौरतलब है कि चैत्र मास की दशमी को दशा माता पर्व मनाया जाता है। 

ऐसी है मान्यता

दशमी तिथि के दिन यानी दशामाता व्रत के दिन महिलाएं सुबह जल्दी उठकर शुभ महूर्त मे पीपल की पूजा करती हैं और पीपल की छाल तोड़कर घर लाती हैं। मान्यता है कि पीपल की छाल सोना होती है जिसे वे संभालकर तिजोरी में रखती हैं।