फतेह प्रकाश म्यूजियम में एनडीआरएफ की मॉक ड्रिलभूकंप के बाद मलबे में फंसे लोगों को निकाला।

चित्तौड़गढ़। चित्तौड़गढ़ दुर्ग स्थित फतेह प्रकाश म्यूजियम में को एनडीआरएफ ने मॉक ड्रिल किया। इस दौरान जोरदार भूकंप के झटके लगने और लोगों को बचाने का सीन क्रिएट किया गया। जिस पर एनडीआरएफ ने भूकंप के बाद मलबे में दबे लोगों को बचाया। यह मॉक ड्रिल इसलिए किया गया कि अगर कभी अचानक भूकंप आ जाए तो एनडीआरएफ की टीम द्वारा आमजन को बचाया जाने हेतु व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सके।
  मॉक ड्रिल के समय प्रशासन एक्टिव दिखा तथा जिला पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त जिला कलेक्टर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, आयुक्त नगर परिषद, पर्यटन अधिकारी सहित प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे। 
  मॉकड्रिल की शुरुआत् सायरन बजाकर कर की गई जो कि भूकंप का संकेत था। इसमें सिविल डिफेंस, एन एस एस एस, स्काउट गाइड ने लोगों की मदद से मलबे मे दबे लोगों को बाहर निकाला। मामूली घायलों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने अपने सभी साधनों का प्रयोग करते हुए घायलों को बाहर निकाला। रस्से की मदद से लोगों को घरों की छतों से नीचे उतारा। बचाव कार्य लगभग 2 घंटे तक चला।
  मॉक ड्रिल को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम ने बहुत ही बेहतरीन कार्य किया है। उनहोंने भवन यह फंसे को बाहर निकाला जो बहुत ही बड़ा कर रही है। उन्होंने एसएस सिविल डिफेंस एवं स्काउट गाइड द्वारा किए गए बचाव कार्य के लिए भी सराहना की। 
  अतिरिक्त जिला कलक्टर भू. अ. ज्ञानमल खटीक ने भी मॉक ड्रिल के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।
आपदा प्रबंधन एनडीआरएफ के प्रभारी योगेश ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान किस प्रकार अगर  कोई व्यक्ति मलबे, दीवार या बिल्डिंग के ऊपर हिस्सों में फंस जाता कि तो उसको बचाने का कार्य टीम द्वारा किया जाता है।