हज यात्रा के लिए 31 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन:एक लाख महंगी हुई हज यात्रा, अब चार लाख रुपये तक करना होगा खर्च।

चित्तौड़गढ़। कोरोना महामारी के दो साल हज यात्रा स्थगित रही और इस बार ओमिक्रॉन की आहट से हज यात्रा और महंगी हो गई है। कोविड प्रोटोकॉल के चलते सऊदी अरब सरकार ने वीजा शुल्क सहित वैट में बढ़ोतरी की है। हज पर जाने की वाले आजमीन को लगभग एक लाख रुपये ज्यादा खर्च करना पड़ेगा। इसके चलते इस बार हज यात्रियों के आवेदन काफी कम आए।

हज खिदमत कमेटी के संस्थापक मतलूब अजमेरी ने बताया कि हज यात्रा 2022 की घोषणा के बाद दो साल हज यात्रा नहीं होने से मायूस जिले के आजमीन के चेहरों पर मुस्कान लौटी है। एक नवंबर से प्रदेश में हज यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुका है। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी है। दो साल बाद शुरू हुई हज प्रक्रिया पर इस बार ओमिक्रॉन का खतरा मंडराने लगा है।

एक लाख रुपए तक का होगा एक्स्ट्रा खर्चा

चित्तौड़गढ़ जिले से 100 यात्री हर साल इस यात्रा पर जाते है। इस साल हज यात्रा का बजट एक लाख रुपए ज्यादा बढ़ने से फॉर्म भी कम भरे जा रहे है। जिले में अभी सिर्फ 44 आवेदन ही आए है। कोरोना वायरस के चलते इस बार हज वीजा शुल्क, वैट, हेल्थ इंश्योरेंस, सऊदी अरब में रिहाइश का किराया और सेवा शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। इसके कारण इस बार हर हाजी का खर्चा लगभग 4 लाख रुपए तक का होगा। पहली यह खर्च 3 लाख रुपए की होती थी। आवेदन के बाद हज कमेटी की ओर से चयनित आजमीनों को पहली किश्त के रूप में 81000 रुपये जमा करने होंगे। शेष रकम दो बार में जमा करनी होगी।

टोंक रुबात में रुकने की नहीं होगी सुविधा

इस बार निम्बाहेड़ा हाजियों को टोंक रुबात में ठहरने की सुविधा भी नहीं मिलेगी। इस वजह से भी फार्म भरने वालों की संख्या में कमी आई है। टोंक रुबात में ठहरने की वजह से 1 यात्री को लगभग 60 हजार का फायदा होता है। ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसायटी के प्रवक्ता शकील अहमद ने बताया कि हज यात्रा 2022 की तैयारी की जा रही है। ऑनलाइन फार्म भरने में हर तरीके से मदद की जा रही है। निंबाहेड़ा, कपासन, सावा, बेगूं, रावतभाटा, कनेरा, चंदेरिया, भदेसर से यात्रियों के आवेदन आए हैं।

फरवरी में निकाली जाएगी लॉटरी

शकील अहमद ने बताया कि 31 जनवरी तक ऑनलाईन हज फार्म भरे जाएंगे। उसके बाद फरवरी माह में हज लॉटरी निकली जाएगी। मार्च माह में प्रथम किश्त जमा की जाएगी। मार्च माह में हज प्रशिक्षण शिविर व टीकाकरण शिविर लगाए जाएंगे। राजस्थान के हाजियों की 31 मई को फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट से होगी और 9 जुलाई को हज होगा। इसके अलावा वहां जाने के बाद भी चेक अप किया जाएगा।