भूमिहीन कृषि श्रमिकों के कौशल विकास के लिए अभियान शुरू, ग्राम पंचायतों का क्लस्टर बनाकर देंगे प्रशिक्षण


 

चित्तौड़गढ़, 2 दिसम्बर। कृषि विभाग की आत्मा योजना के तहत जिले के भूमिहीन कृषि श्रमिकों का कौशल विकास एवं क्षमता विकास किया जाएगा। राजस्थान कृषि श्रमिक सम्बल मिशन के तहत 2 वर्षो में प्रदेश में एक लाख भूमिहीन कृषि श्रमिकों को कौशल विकास व क्षमता निर्माण का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इस दौरान जिले के भूमिहीन कृषि श्रमिकों को कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण के लिए जिले में 44 प्रशिक्षणों का 1 दिसम्बर 2022 से 27 दिसम्बर 2022 तक आयोजन किया जाएगा। चार ग्राम पंचायतों पर एक प्रशिक्षण का आयोजन सबसे सुगम व निकटतम ग्राम पंचायत पर किया जाएगा। जिला कलक्टर एवं आत्मा शाषी परिषद् अध्यक्ष अरविन्द कुमार पोसवाल द्वारा भूमिहीन कृषि श्रमिकों के कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का अनुमोदन किया गया। 
शुक्रवार को ग्राम पंचायत धोसुण्डा में आयोजित प्रशिक्षण में ग्राम पंचायत देवरी, धनेत कंला, सतपुडा एवं धोसुण्डा की भूमिहीन कृषक महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में उपस्थित भूमिहीन कृषक महिलाओं को डॉ. शंकर लाल जाट, उप निदेशक कृषि ने आजीविका हेतु अपनाये जाने वाली गतिविधियों तथा अनुदान पर उपलब्ध कराये जाने वाले सामग्री किट के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उप निदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक दिनेश कुमार जागा ने जैविक खेती के मोड्युल पर चर्चा की। डॉ. शंकर सिंह राठौड़ सहायक निदेशक उद्यान ने उद्यानिकी फसलों एवं बागवानी मोड्युल्स पर चर्चा की। रमेश आमेटा कृषि अनुसंधान अधिकारी (शष्य) द्वारा उपस्थित भूमिहीन कृषक महिलाओं को कृषि यंत्र एवं पौध संरक्षण उपकरण के मोड्युल्स के बारे में जानकारी प्रदान की गई। 
प्रशिक्षण में कृषि पर्यवेक्षक जगदीश धाकड, सुनील कुमार शर्मा एवं नीलु चौहान, इरफान शाह, माया कुमारी मीणा, सेवानिवृत सहायक कृषि अधिकारी रविन्द्र कुमार चन्देल व शंकर लाल नाई एवं पशुधन सहायक उपस्थित थे। 

*सभी पंचायत समितियों में लगेंगे प्रशिक्षण शिविर*

जिले के वर्ष 2022-23 में समस्त पंचायत समितियों में भूमिहीन कृषि श्रमिकों के कौशल विकास एवं क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाएगा। भूमिहीन महिला कृषकों का चयन संबंधित ग्राम पंचायत सरपंच, पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी एवं कृषि पर्यवेक्षक की कमेटी द्वारा कृषि विभाग के माध्यम से कृषि श्रमिक सम्बल मिशन 2022-23 के तहत् चिह्रित सूची में से प्राथमिकता से किया जाएगा। प्रत्येक प्रशिक्षण में 30 भूमिहीन कृषि श्रमिकों आवश्यकता के आधार पर कृषि यंत्रों का उपयोग हस्तचलित एवं अर्द्ध यांत्रिक, उन्नत बागवानी तकनीक, संरक्षित संरचनाओं का संधारण, पॉलीहाउस, ग्रीनहाउस, शेडनेट हाउस एवं ड्रिप संधारण, पौध संरक्षण यंत्रों का उपयोग एवं रख-रखाव, जैविक आदान निर्माण की वैज्ञाानिक विधियां व फल एवं सब्जी परिरक्षण विषय पर प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाएगा जिससे भूमिहीन कृषि श्रमिकों के कौशल विकास एवं क्षमता विकास निर्माण में वृद्धि होगी।