चांदी के रथ पर विराजमान होकर निकले श्रीसांवलिया सेठ* *श्रीसांवलिया सेठ मंदिर, मण्डफिया में जलझूलनी एकादशी पर निकली भव्य रथयात्रा*

चित्तौड़गढ़, 6 सितम्बर। श्री सांवलियाजी मंदिर, मण्डफिया में तीन दिवसीय जलझूलनी एकादशी मेले के तहत मंगलवार को भव्य रथयात्रा निकाली गई। राजभोग आरती के बाद मंदिर पुजारियों ने भगवान सांवलिया सेठ के बालविग्रह को बेवाण और चांदी के रथ में विराजित कर जल स्नान के लिए सरोवर ले जाया गया। इस अवसर पर श्री सांवलियाजी मंदिर मण्डल अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर तथा सभी सदस्यगण, मंदिर मंडल सीईओ गीतेश श्रीमालवीय सहित सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। मंदिर के अन्दर एवं सम्पूर्ण शोभायात्रा के दौरान गुलाब-पुष्पों की वर्षा हेलिकॉप्टर से की गई। मंदिर के अन्दर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने एवं असुविधा से बचने के लिए इस बार शोभयात्रा से पूर्व कुछ समय के लिए भक्तों के लिए भगवान के दर्शन की व्यवस्था को रोका जाकर भगवान श्री सांवलियाजी के बालस्वरूप के श्रीविग्रह को पुजारियों द्वारा मंदिर के बाहर खडे़ रथ तक परम्परानुसार लाया जाकर रथ में विराजित किया गया। इस दौरान हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैयालाल की, सांवलिया सेठ की जय से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा। रथयात्रा में बैंड बाजे, हाथी, घोड़े ध्वज निशान आदि भी चल रहे थे। रथयात्रा शाम को गिरदाखेड़ा मार्ग स्थित सांवलिया एनिकट पहुंची और भगवान को पूजा के बाद स्नान कराया गया। रथयात्रा नगर भ्रमण करते हुए पुनः मंदिर पहुंची। रथ यात्रा के समापन पर भव्य आतिशबाजी की गई। 
*आकर्षक विद्युत सज्जा मुख्य आकर्षण*
 इस वर्ष मेले का मुख्य आकर्षण भगवान श्री सांवलिया सेठ के मंदिर पर की गई नयनाभिराम विद्युत सज्जा है। यूं तो हर बार मंदिर में सजावट की जाती है, लेकिन इस बार पूर्व वर्षों में की गई सज्जा से भी बेहतर लाइटिंग डेकोरेशन करने का प्रयास किया गया है। सोमवार रात लेजर लाइट और 3-डी मैपिंग लाइटिंग, कंप्यूटराइज्ड आतिशबाजी से पूरा मंदिर परिसर जगमगा उठा।