सेवा, संकल्प और प्रेरणा का पर्याय ही स्काउटिंग कहलाता है।

भदेसर।एक स्काउटर जीवन  पर्यंत स्काउट बना रहता है। जीवन जीने का कौशल ही स्काउटिंग कहलाता है। विद्यालय के बालकों में संस्कार का पौधारोपण करने में स्काउटिंग का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान होता है। जिले के वरिष्ठ राष्ट्रपति स्काउट पुरस्कार प्राप्त मास्टर ट्रेनर इंदर मल आमेटा ने यह विचार श्री माणिक्य लाल वर्मा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भदेसर में आयोजित एक दिवसीय स्काउटिंग बिगिनर्स प्रशिक्षण कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में  व्यक्त किए। अध्यक्षता सहायक स्काउट कमिश्नर सीबीईओ सुनील कुमार सालवी ने की। सीबीईओ सालवी ने अपने संबोधन में ब्लॉक भदेसर के प्रत्येक विद्यालय में स्काउटिंग गतिविधि को पुनर्जीवित करने एवं सुचारू रूप से गतिविधि संचालन करने के लिए मन से स्काउटिंग की सेवा को स्वीकार करने की बात कही। स्वागत उद्बोधन मॉडल स्कूल प्रधानाचार्य हिमांशु जानी दे दिया। 
 कार्यवाहक स्थानीय संघ सचिव शंकरलाल भांबी ने जानकारी देते हुए बताया कि स्काउटिंग गतिविधियों के संचालन हेतु ब्लॉक भदेसर को स्थानीय संघ घोषित करने के पश्चात पहली बार एक दिवसीय बिगिनर्स प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। विगत कई वर्षों से भदेसर ब्लॉक मुख्यालय स्थानीय संघ निम्बाहैड़ा के अधीन कार्यरत था। ट्रेनर के रूप में निंबाहेड़ा स्थानीय संघ के सचिव सुनील कुमार डूंगरवाल एवं कोषाध्यक्ष लुकमान मंसूरी ने भी विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी प्रदान की। कार्यशाला का शुभारंभ प्रातः 11:00 सामूहिक प्रार्थना सभा से किया गया तत्पश्चात संक्षिप्त परिचय सत्र के बाद प्रशिक्षित स्काउट मास्टर कोर्स एवं मान्यता प्राप्त विद्यालयों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। प्रशिक्षण कार्यशाला का संचालन वरिष्ठ व्याख्याता प्रेम सिंह सिसोदिया ने किया।
 इस अवसर पर जिला मुख्यालय के रोवर स्काउट दर्शन सिंह सहित ब्लॉक भदेसर के समस्त पीईईओ प्रधानाचार्य, संस्था प्रधान एवं बिगिनर्स प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले शिक्षक- शिक्षिका उपस्थित रहे ।आभार कार्यवाहक नोडल प्रधानाचार्य शंभू लाल शर्मा ने जताया। प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजन में संदर्भ शिक्षक राम रतन जाट, रोहित स्वामी, अवंतिका गर्ग एवं पुनाराम ने सहयोग प्रदान किया।