प्रशासन द्वारा धार्मिक स्थल को ध्वंस करने के विरोध में कल पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया पहुंचेंगे घटनास्थल पर।

चिकारडा।डूंगला बोहेड़ा मार्ग पर स्थित मोती नाले के पास प्राचीन धार्मिक स्थल को एक पखवाड़े पूर्व स्थानीय प्रशासन ने रीको औद्योगिक क्षेत्र को प्रस्तावित जमीन देने के सिलसिले में उक्त धार्मिक स्थल को मनमाने ढंग से ध्वस्त कर दिया था। उसके बाद से क्षेत्र के सभी हिंदू संगठनों एवं भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने इस धार्मिक स्थल को ध्वस्त करने के विरोध में प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला जलाया एवं वर्तमान सरकार की सभी संगठनों ने कड़े शब्दों में निंदा की, निंदा करते हुए कहा कि किसी भी अधिकारी का इस प्रकार से किसी धार्मिक स्थल को ध्वस्त करना एक हठधर्मिता का परिचय है। जिसको हिंदू समाज कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा। इस कृत्य से क्षेत्र के सभी हिंदू संगठनों एवं भाजपा के जन प्रतिनिधियों के हृदय को आधात लगा है। हिंदू संगठन और जनप्रतिनिधियों ने मौके पर जाकर प्रशासन की बर्बरता पूर्ण कार्रवाई को अपनी आंखों से देखा। विहिप के विभाग मंत्री राकेश कोठारी ने कहा कि एक हिंदू राष्ट्र में ऐसा कार्य तो मुगलों ने भी नहीं किया था। मुगलों ने भी केवल मूर्तियों को खंडित किया था न की धार्मिक स्थल को ध्वस्त किया था।  लेकिन इस कांग्रेस सरकार में प्रशासन द्वारा इस प्रकार का घृणित कार्य करवाया जा रहा है जो सर्व समाज के लिए निंदनीय है।
  इसी क्रम में जिला अध्यक्ष गौतम दक ने बताया कि रविवार को पूर्व गृहमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया घटना स्थल पर पहुंचेंगे। क्षेत्र की जनता चाहती है कि उस स्थल पर पुनः मंदिर का निर्माण करवाया जाए, तथा दोषी अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए। जिसके चलते ऐसे घटित कार्य पर प्रतिबंध लगा जा सके।