जैविक खेती को बढावा देना ही परम्परागत कृषि संस्कृति को पुनर्जिवित करना -मलोहत्रा

✍🏻लोकेश जणवा@प्रतापगढ़             
कट्स मानव विकास केन्द्र द्वारा छोटीसादडी पंचायत समिति की गोमाना ग्राम पंचायत में गोपाल लाल साहू के जैविक कृषि फार्म एवं पीपलखूंट पंचायत समिति के कचरू लाल मीणा के कृषि फार्म पर ब्लॉक स्तरीय जैविक खेती जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छोटीसादडी उपखण्ड अधिकारी विनोद मलहोत्रा ने मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुये बताया कि जैविक खेती को बढावा देना ही परम्परागत कृषि संस्कृति को पुनर्जिवित करना वर्तमान की आवश्यकता है। श्री मलहोत्रा ने छोटीसादडी पंचायत समिति के जैविक किसानों को जैविक खेती के प्रति जागरूक रहकर सरकार की आधुनिक कृषि तकनीकी का लाभ लेकर आगे बढने के लिये प्रेरित किया।पीपलखूंट के सहायक कृषि अधिकारी कुशाल चरपोटा ने जैविक खेती के जुड रहे किसानों को परम्परागत कृषि विकास योजना के कलस्टर कार्यक्रम से जुडकर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिये जैविक किसानों को जानकारी दी। कट्स के सहायक समन्वयक मदनगिरी गोस्वामी ने बताया कि कोरोना से बचाव हेतु मास्क का नियमित उपयोग करना, दो गज दुरी रखना, सेनिटाईजर का इस्तेमाल करते हुये सरकार की ।कअपेवतल की पालना सुनिश्चित करने हेतु 
जानकारी दी। बैठक में छोटीसादडी के कृषि अधिकारी श्री विकास शर्मा ने जैविक खेती करने के लिये किसानों को जैविक सर्टिफिकेशन प्राप्त करने की प्रक्रिया समझाकर अनिवार्यता पर जोर दिया। बैठक में कट्स के कार्यक्रम अधिकारी श्री मदन लाल कीर ने भी जैविक खेती के अनुभवों को साझा किया। बैठक में कृषि उपज मण्डी सचिव श्री कुन्दन देवल, उदयपुर अरावली ओर्गेनिक प्रा. लि. कम्पनी के निदेशक आर.के. गुप्ता, कृषि विभाग छोटीसादडी के दुर्गालाल बैरवा, जैविक जागरूक किसान गोपाल लाल तेली, कचरु लाल मीणा, कट्स के गोवर्धन लाल पारीक, नर्बदा शंकर चौबीसा, बम्बोरी के मांगी लाल जणवा, गोवत्स पण्डित चेतन शर्मा, बंशीलाल धाकड ने भी विचार व्यक्त किये।