राष्ट्रगीत के 150 वर्ष पूर्ण होने पर रैली एवं जिला स्तरीय समारोह आयोजित


चित्तौड़गढ़, 08 नवम्बर। राष्ट्रगीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शनिवार को जिला मुख्यालय पर भव्य रैली एवं जिला स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शहीद स्मारक पर शहीदों को नमन एवं पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इस अवसर पर कपासन विधायक अर्जुन लाल जीनगर, जिला कलक्टर आलोक रंजन सहित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

श्रद्धांजलि के पश्चात कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर एवं जिला कलक्टर आलोक रंजन ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली ओवर ब्रिज, कलक्ट्रेट चौराहा एवं स्टेडियम मार्ग होते हुए इंदिरा प्रियदर्शिनी ऑडिटोरियम पहुँची। इसमें पुलिस, स्काउट-गाइड, सैनिक स्कूल, विभिन्न विद्यालयों एवं नर्सिंग संस्थानों के विद्यार्थी उत्साहपूर्वक सम्मिलित हुए। रैली के दौरान देशभक्ति गीतों से वातावरण गूंज उठा।

मुख्य कार्यक्रम इंदिरा प्रियदर्शिनी ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। विधायक अर्जुन लाल जीनगर एवं जिला कलक्टर आलोक रंजन ने प्रदर्शनी का उद्घाटन कर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी के माध्यम से “वंदे मातरम्” के इतिहास, लेखक बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय तथा राष्ट्रगीत की सांस्कृतिक यात्रा को प्रदर्शित किया गया।

विधायक अर्जुन लाल जीनगर एवं जिला कलक्टर आलोक रंजन एवं जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलित कर भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।

विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति गीत, नृत्य एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिन्हें उपस्थित जनों ने सराहा।

विधायक जीनगर ने कहा — “वंदे मातरम् ने आज़ादी की भावना जगाई”

समारोह को संबोधित करते हुए विधायक अर्जुन लाल जीनगर ने कहा कि “वंदे मातरम्” केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आज़ादी का प्राण स्वर था। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित इस गीत ने देश के युवाओं, बालकों और महिलाओं में आज़ादी का जोश और त्याग की भावना उत्पन्न की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर राष्ट्रभर में यह अमृत अवसर उल्लासपूर्वक मनाया जा रहा है।

जिला कलक्टर आलोक रंजन ने कहा — “वंदे मातरम्, नारा भी है और प्रेरणा भी”

जिला कलक्टर आलोक रंजन ने कहा कि “वंदे मातरम्” केवल राष्ट्रगीत नहीं, बल्कि मातृभूमि को नमन करने का अमर प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आज़ादी से पहले जब यह गीत गाया जाता था, तो यह नौजवानों के हृदय में जोश और साहस का संचार करता था। कलक्टर ने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे इस गीत का अर्थ समझें और इसे केवल कार्यक्रम नहीं, बल्कि उत्सव के रूप में मनाएं।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) प्रभा गौतम, अतिरिक्त जिला कलक्टर (भू.अ.) रामचंद्र खटीक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय पाठक, अतिरिक्त जिला कलक्टर रावतभाटा विनोद कुमार मल्होत्रा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश पुरोहित, जनप्रतिनिधि,  मिठ्ठू लाल जाट,  रघु शर्मा, हर्षवर्धन सिंह रूद, कमलेश पुरोहित, श्रवण सिंह राव, हरीश ईनानी,  सुधीर जैन, हरीश ईनानी,
मनोज पारीक, नंद किशोर लोहार, सुभाष शर्मा, कुलदीप चतुर्वेदी, लोकेश त्रिपाठी,  आशीष शर्मा, गौरव त्यागी, अनिल शिशोदिया, आई एम सेठिया, गोपाल राजोरा, सत्यनारायण कुमावत, अनिल इनाणी, ओमप्रकाश शर्मा, भोलाराम प्रजापत, भरत जागेटिया, राजन माली सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, एनसीसी, एनएसएस, सैनिक स्कूल तथा विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थी उपस्थित रहे।