चित्तौड़गढ़। गणेशोत्सव के अंतिम दिन अनंत चतुर्दशी के अवसर पर होने वाले गणेश मूर्ति विसर्जन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए चित्तौड़गढ़ पुलिस ने शहर चित्तौड़गढ़ 365 से अधिक पुलिस कर्मियों एवं जिले के अन्य वृत्त क्षेत्रों में करीब 625 पुलिस कर्मियों को तैनात करने की योजना बनाई है। शहर चित्तौड़गढ़ में 21 लाइसेंस धारी झांकियों के साथ विभिन्न स्थानों पर पुलिस कर्मी मौजूद रहेंगे। जिले में 3 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 12 पुलिस उप अधीक्षक सहित सभी पुलिस निरीक्षक व उप निरीक्षक के साथ पुलिस जाप्ता उपलब्ध रहेगा। एमबीसी की कंपनी, ट्रेनिंग सेंटर के आरटी व क्यूआरटी भी सुरक्षा व्यवस्था में शामिल रहेंगे। यह जानकारी पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने शुक्रवार को दी।
विसर्जन की तैयारियां-
जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने बताया कि इस वर्ष शहर चित्तौड़गढ़ में लगभग 21 लाइसेंसी गणेश मूर्तियाँ और कई घरेलू मूर्तियाँ शहर के गम्भीरी नदी तट पर विसर्जित की जाएंगी। चित्तौड़गढ़ नगर निगम के सहयोग से विसर्जन स्थलों पर जीवन रक्षक (तैराक) भी तैनात रहेंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता दी जा सके।
एएसपी सरिता सिंह के अनुसार शहर में 21 लाइसेंस धारी झांकियों के साथ प्रत्येक झांकी के साथ 3 पुलिस कर्मी पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। गोल प्याऊ चौराहे पर, जुलूस के मार्ग में 6 सेक्टर में, छतों पर, शहर के 17 स्थाई पिकेटों पर, प्रतिमा विसर्जन स्थल गम्भीरी नदी तट पर, शहर के पश्चिमी भाग प्रतापनगर, कुम्भा नगर आदि क्षेत्रों में, शहर में यातायात व्यवस्था के लिए डीएसपी रामेश्वर लाल, पुलिस निरीक्षक मोतीराम व पुलिस कर्मी आदि तैनात रहेंगे।
निगरानी के कड़े इंतजाम-
शहर भर में लगे अभय कमांड सेंटर के सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी की जाएगी। ड्रोन कैमरे भीड़ पर नजर रखने में मदद करेंगे। साथ ही, निजी ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगाया गया है।
यातायात पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वर लाल ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस भी पूरे दिन सक्रिय रहेगी ताकि वाहनों की आवाजाही सुचारू बनी रहे और किसी तरह की जाम की स्थिति न बने। जुलूस के दौरान उचित ट्राफिक डाइवर्जन देकर यातायात व्यवस्था बनाए रखते हुए जुलुस के मार्ग को सामान्य यातायात से मुक्त रखने की व्यवस्था की गई हैं।
इसी प्रकार जिले के अन्य सभी आठों वृत्त क्षेत्रों में व्यापक पुलिस प्रबंध किया गया है।
एसपी त्रिपाठी ने कहा कि यह व्यापक सुरक्षा और प्रबंधन व्यवस्था यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि गणेश विसर्जन शांतिपूर्ण और सुरक्षित रूप से संपन्न हो सके।