चित्तौड़गढ़ के 1 लाख 65 हजार 183 विद्यार्थी हफ्ते में दो दिन पिएंगे दूध, 2 यूनिफॉर्म भी मिलेगी, मुख्यमंत्री बाल गोपाल और मुख्यमंत्री निःशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना का शुभारंभ


चित्तौड़गढ़, 29 नवम्बर। शहर के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय स्टेशन में मंगलवार को आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री बाल गोपाल और निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल, नगर परिषद उपसभापति कैलाश पंवार, स्थानीय जनप्रतिनिधियों व शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कक्षा 1 से 8 तक के छात्र- छात्राओं को दो-दो निःशुल्क यूनिफॉर्म वितरण किया व कक्षा 1 से 5 के विद्यार्थियों को 150 मिली. एवं कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को 200 मिली दूध पिलाया गया। 

जिला कलक्टर ने “बाल गोपालों” से किया संवाद
जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने बच्चों से पूछा, आज हम सब यहां क्यों इकट्ठे हुए हैं, क्या कार्यक्रम हो रहा है, तो चौथी कक्षा की छात्रा सिद्धी ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना शुरू की गई है। इस योजना में बच्चों को स्कूल में दूध पिलाया जाएगा। इसके बाद जिला कलक्टर श्री पोसवाल ने बच्चों से पूछा कि बाल गोपाल योजना चलाने की जरूरत क्यों पड़ी? हॉल में उपस्थित कई बच्चों ने हाथ ऊपर उठाए और एक बच्चे ने मंच पर जाकर बताया कि दूध स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसके बाद जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना और निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी के द्वारा दो योजनाएं शुरू की गई है। मुख्यमंत्री निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना में कक्षा 1 से 8वीं तक के राजकीय विद्यालयों के बच्चों को दो यूनिफॉर्म वितरित की जाएगी, ताकि सभी बच्चे एक ही तरह की यूनिफॉर्म पहनें। किसी में कोई असमानता का भाव न आएं। सभी बच्चे स्कूल में यूनिफॉर्म पहनकर आएं। वहीं, मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत बच्चों को स्कूल में हफ्ते में दो दिन दूध वितरित किया जाएगा। बच्चे के विकास के लिए जन्म के एक साल तक तो डॉक्टर भी बच्चों को सिर्फ दूध पिलाने की सलाह देते हैं। दूध में शरीर के लिए आवश्यक कई तत्व उपस्थित होते हैं। शारीरिक और मानसिक विकास के लिए दूध बहुत जरूरी है। 

ठान लो, तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं- जिला कलक्टर
जिला कलक्टर ने बच्चों से पूछा- कितने बच्चे डॉक्टर, टीचर, इंजीनियर या खिलाड़ी बनना चाहते हैं। सभी बच्चों ने अपने लक्ष्य के अनुसार हाथ उठाए। बच्चों का उत्साह वर्द्धन करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि सभी बच्चों को पता है कि जीवन में क्या करना है। जीवन में आत्मविश्वास बहुत जरूरी है। यदि किसी बच्चे के 50 प्रतिशत नंबर आए हो और वो ठान ले कि 90 प्रतिशत नंबर लाने हैं, तो वो अगली क्लास में 90 प्रतिशत नंबर ला सकता है। हमेशा याद रखें कि मैं जो बनना चाहता हूं या करना चाहता हूं, वो मैं कर सकता हूं। जीवन में आगे बढ़ना है तो मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। इस दौरान जिला कलक्टर ने बच्चों को मोबाइल से दूर रहने और पढ़ाई के साथ खेल-कूद पर ध्यान देने की नसीहत दी।  

चित्तौड़गढ़ जिले में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना

 राजेन्द्र कुमार शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय प्रारम्भिक शिक्षा चितौड़गढ़ ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना में कक्षा 1 से 8 तक के छात्र-छात्राओं को सप्ताह में दो दिन (मंगलवार एवं शुक्रवार) प्रति छात्र 1 से 5 के लिए 15 ग्राम एवं कक्षा 6 से 8 तक के लिये 20 ग्राम दुग्ध पाउडर से तैयार किया गया दूध कक्षा 1 से 5 के लिये 150 मिली. प्रति विद्यार्थी एवं कक्षा 6 से 8 तक के लिये 200 मिली. प्रति विद्यार्थी वितरित किया जाएगा। चित्तौड़गढ़ जिले को कुल 58 हजार 5 किलो मिल्क पैकेट प्राप्त हुये है, जिससे कक्षा 1 से 5 तक 99 हजार 809 एवं कक्षा 6 से 8 तक 65 हजार 374 कुल 1 लाख 65 हजार 183 छात्र-छात्रा लाभान्वित होंगे।

ये रहे उपस्थित

 जिला स्तरीय कार्यक्रम में कैलाश पंवार उपसभापति नगर परिषद, मनोज भोजवानी एवं रणजीत लोट पार्षद नगर परिषद, प्रमोद कुमार दशोरा मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी, कल्पना शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय माध्यमिक शिक्षा, राजेन्द्र कुमार शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय प्रारम्भिक शिक्षा, जयारानी राठौड़ मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकरी, लीला चतुर्वेदी एसीपी, शम्भुलाल सोमानी एसीबीईओ, एसडीएमसी सदस्य कैलाश चन्द्र सुखवाल एवं रामलाल गुर्जर उपस्थित थे।

संतुलित आहार की भूमिका महत्वपूर्ण- जिला कलक्टर
इससे पहले मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना और मुख्यमंत्री निःशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना के राज्यस्तरीय उद्घाटन समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए। जिला कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को योजना के क्रियान्वयन से सम्बंधित महत्वपूर्ण निर्देश दिए। 
जिला कलक्टर पोसवाल ने कहा कि बच्चों के शारिरिक और मानसिक विकास में संतुलित आहार की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हैं। दुग्ध वितरण से बच्चों को सभी पोषक तत्व उपलब्ध होंगे, जो उनके बौद्धिक विकास के लिए आवश्यक है। यह योजना विद्यार्थियों के स्वास्थवर्धन और बहुमुखी विकास में सहायक सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री निःशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना के बारे में उन्होंने कहा कि सभी बच्चों को पोशाक उपलब्ध होने से बच्चों में आत्मविश्वास का संचार होगा। सबके लिए एक जैसी पोशाक सामाजिक विभेद को दूर करते हुए समानता का भाव जागृत करती है।