बालकों के अधिकारों के प्रति समाज में विशेष जागरूकता लाने की जरूरत कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल


चित्तौड़गढ़, 27 मई। जिला बाल संरक्षण इकाई की त्रैमासिक बैठक शुक्रवार को जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट स्थित समिति कक्ष में संपन्न हुई। बैठक में बाल कल्याण समिति के कार्यों की समीक्षा करते हुए कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने बाल स्वराज पोर्टल एवं पीएम केयर पोर्टल के माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों को चिह्नित कर विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने राजकीय एवं गैर-राजकीय बाल देखरेख संस्थानों के कार्यों की समीक्षा भी की। कलक्टर ने बाल अपचारियों को सुधारात्मक प्रक्रिया अपनाकर समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए विशेष प्रयास करने पर जोर दिया। कलक्टर ने कहा कि बाल अपचारी के अपराध करने के पीछे के कारणों की तह तक जाकर उसे ऐसा सकारात्मक माहौल दिया जाए कि वह दोबारा अपराध न करे। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।

किशोर न्याय बोर्ड के सदस्यों ने भी अपने सुझाव रखे। बैठक में बालकों के विरुद्ध बढ़ते लैंगिक अपराधों पर चिंता जताई गई और इस तरह के मामलों में विशेष सतर्कता और संवेदनशीलता बरतते हुए समाज में जागरूकता लाने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए।  कलक्टर ने बाल श्रम उन्मूलन के लिए भी विशेष प्रयास करने पर जोर दिया। इस कार्य में गैर-सरकारी संस्थानों को भी साथ लेकर जिले को बाल श्रम उन्मूलन मुक्त बनाने के निर्देश दिए। 
बैठक में एक युद्ध, नशे के विरुद्ध अभियान पर भी चर्चा करते हुए कलक्टर ने स्कूलों के आस-पास किसी भी हाल में बीड़ी-सिगरेट, गुटखा-तम्बाकू आदि बेचने वालों पर नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) गितेश श्री मालवीय, पुलिस उप-अधीक्षक शाहना खानम, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल व सदस्य तथा विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।