ओलावृष्टि के साथ हुई बेमौसम बारिश, तेज हवाओं से अफीम की फसल के पौधे टूटे, किसानों की चिंता बढ़ी

@लोकेश जणवा बम्बोरी
बम्बोरी। छोटीसादड़ी उपखंड क्षेत्र के बंबोरी गांव में मंगलवार दोपहर 3 से 4 बजे के बीच अचानक मौसम का मिजाज बदला और बेमौसम ओलावृष्टि व तेज हवा के साथ बारिश शुरु हुई। मेघ गर्जन के साथ ओलावृष्टि का दौर  करीब 15 मिनट तक चला। जिससे सड़कों एवं खेतों में सफेद चादर से बिछ गई। जिसके चलते किसानों की समस्या बढ़ने व चिन्ता सताने लगी है।वही बेमौसम बारिश से मौसम का मिजाज भी बदला है खेतों में काम कर रहे हैं किसान रामचंद्र जणवा ने बताया कि अचानक मौसम परिवर्तन के साथ ही ओले के साथ तेज हवा से फसलों को भारी नुकसान हुआ है  ।बम्बोरी सहित आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में बेमौसम बारिश होने से किसानों सहित आम जन का जनजीवन प्रभावित हुआ है।आप को बता दे इस साल रबी की फसल की बुवाई की सीजन में शुरू हुआ संकटों का सिलसिला अब भी जारी है। लेकीन बेमौसम बारिश से पूरे सीजन को नुकसान हुआ है। अफीम,गेहूं,चना,सरसों,लहसुन व सब्जियों की फसलो पर बेमौसम बारिश की मार शुरू हो गई है।इस बेमौसम बरसात से सबसे ज्यादा असर कृषि व्यवसाय पर पड़ रहा है।किसानों का मानाना है कि इस बारिश  व ओलावृष्टि किसी भी फसल के लिए अनुकूल नहीं रहा ।इसलिए अब किसानों के लिए मुश्किले बढ़ती जा रही हैं।इस साल प्रकृति की मार का असर सभी मौसमी फसलों पर देखने को मिला है।मौसम परिवर्तन इस समय कृषि के लिए खतरे का संकेत माना जा रहा हैं।बेमौसम हुई इस बारिश ने किसानों की मेहनत को विफल कर रही है अधिक पैसा खर्च करने के बावजूद उत्पादन बेहतर नहीं होने के आसार है ।तो वही किसानों की चिंता और बड़ी है कि खेतों में कटी हुई फसलों को कैसे समेटा जाएं।
साथ ही आपको बता दें कि इन दिनों क्षेत्र में अफीम की फसल की लुगाई चिरा का कार्य भी जारी हो चूका है जिसके चलते अफीम किसानों को अफीम फसल में नुकसान हुआ है साथ ही कहीं-कही अफीम के खेतों में पौधे भी टूटे हैं। किसानों ने बताया की अफीम फसल में करीब 50 से 60 प्रतिशत नुकसान हुआ है और खेती में खर्च के बराबर भी आमदनी नहीं होने से भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
मंगलवार को अचानक आई ओले के साथ बारिश से  खेतो में बोई गई फसलों को काफी नुकसान हुआ,  क्षेत्र में अभी तक करीब 20-40 प्रतिशत से ज्यादा फसलों की कटाई हो चुकी है। बारिश से खेतों में खड़ी अफीम व कटी हुई सरसों, लहसुन, मेथी, गेहूं, जो सहित आदि फसलों को 50 से 60 प्रतिशत तक का नुकसान हुआ ।लेकिन बेमौसम बारिश ओले गिरने से दवाई चिराग कर रहे हैं अफीम फसल को नुकसान है, अफीम के जीन खेतों में चीरा लगाया  उनका दूध धूल गया है। साथ ही किसानों की चिंता और बढ़ गई है।
इनका कहना
क्षेत्र में अफीम व धनिया की फसल को 50 से 60% नुकसान हुआ है मैंने मौके पर जाकर किसानों के साथ निरीक्षण किया है जिसमें पाया कि अफीम,गेहूं,धनिया सहित अन्य फसलें औंधे मुंह गिर चुकी है।
 बाबूलाल जणवा,कृषि पर्यवेक्षक
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अफीम फसल पौधे के पत्ते टूट चुके हैं दिन में चीरा लगाया अफीम का सारा दूध धूल चुका है। अफीम फसल में करीब 50 से 60% नुकसान हुआ है।