केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिले- सांसद सीपी जोशी

संसद भवन में केन्द्रीय सड़क परिवहन एंव राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से भेंट की तथा संसदीय क्षेत्र चित्तौडगढ़ में राजमार्गो से संबधी विषयों पर चर्चा की। इस भेंट के दौरान संसदीय क्षेत्र चित्तौड़गढ़ के जिला प्रतापगढ़ में स्पर योजना के तहत दिल्ली मुम्बई 8 लेन एक्सप्रेस वे के जावरा बिन्दु तक सड़क निर्माण का कार्य, चित्तौड़गढ़ के लिये रिंग रोड़ निर्माण कार्य, भारतमाला-2 के तहत रावतभाटा से कोटा सड़क निर्माण का कार्य, राष्ट्रीय राजमार्ग 162-ई भटेवर से मावली -नाथद्वारा तक के कार्य एवं किशनगढ़ अहमदाबाद सिक्स लेन पर विभिन्न स्थलां पर अण्डरपासों संबधी विषयों पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री से विस्तृत चर्चा की।

संसदीय क्षेत्र चित्तौड़गढ़ में प्रतापगढ़ (राज.) जिला जो की एक जनजातिय बाहुल्य क्षेत्र हैं, वर्तमान में दिल्ली से मुम्बई के लिये 8 लेन एक्सप्रेस वे का निर्माण हो रहा हैं जो की प्रतापगढ़ जिले के पास से ही मध्यप्रदेश के जावरा से निकटतम होकर गुजर रहा है। प्रतापगढ़ जिले को यदि इस एक्सप्रेस वे के निकटतम शहर जावरा तक सड़के के द्वारा सम्पर्क हो जाता हैं तो प्रतापगढ़वासियों के लिये सड़क के क्षेत्र में यह एक ऐतिहासिक सौगात होगी। इस एक्सप्रेस-वे के जावरा से प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय वाया अरनोद जिसकी दुरी लगभग 62 किलोमीटर हैं वहॉ के लिये एक राजमार्ग का निर्माण होने पर शेष देश तथा देश की राजधानी दिल्ली व आर्थिक राजधानी मुम्बई से प्रतापगढ़ का सीधा जुड़ाव हो जायेगा, जिससे यहॉ पर शिक्षा, उद्योग एवं रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी। इसलिये प्रतापगढ़वासियों की मांग एवं वहॉ की आवश्यकता को देखते हुये दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे के जावरा बिन्दु से प्रतापगढ़ मुख्यालय तक 62 कि.मी. सड़क के निर्माण की स्पर योजना के तहत स्वीकृति प्रदान करवाने का आग्रह किया।

चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर रिंग रोड़ के निर्माण संबधी विषय पर मंत्री को बताया की यहॉ विश्वप्रसिद्ध ऐतिहासिक दूर्ग चित्तौड़गढ़ स्थित हैं तथा यहॉ का जिला मुख्यालय इस दुर्ग के चारों तरफ फैला है, इसी शहर के चारों तरफ कोटा, नीमच, भीलवाड़ा, उदयपुर जाने के लिये राष्ट्रीय राजमार्ग फैले हुये है। जिले के प्रमुख औद्योगिक संस्थान, फैक्ट्रीयां भी इसी परिधि में फैली हुयी है। वर्तमान में अजमेर, जयपुर की तरफ से आने वाले वाहनों को कोटा की तरफ जाने के लिये पुरे दूर्ग समेत पुरे शहर का चक्कर लगाना पड़ता हैं, राष्ट्रीय राजमार्ग-27 कोटा मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग-48 भीलवाडा रोड तक, उन दोनों राजमार्गो को लिंक किये जाने की अत्यंत आवश्यकता है, इसके आसपास के निवासियों व कोटा की तरफ से आने वाले वाहनों को भीलवाडा अजमेर जयपुर की तरफ जाने में 40 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता नही लगाना पड़ेगा, जिससे उनके ईंधन एवं समय की बचत होगी, इसके साथ ही बाईपास का निर्माण हो जाने से शहर के अन्य महत्वपुर्ण राजमार्गो पर यातायात का दबाव भी कम हो जायेगा। इसलिये क्षेत्रवासियों व रोजाना हजारों की संख्या में गुजर रहे वाहनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये चित्तौड़गढ़ रिंग रोड़ के निर्माण के लिये आवश्यक कोटा राजमार्ग से भीलवाड़ा राजमार्ग का बाईपास का निर्माण किये जाने की आवश्यकता हैं।

भारतमाला-2 के तहत रावतभाटा से कोटा मार्ग के निर्माण किये जाने के संबध में आग्रह करते हुये विस्तार से बताया की चित्तौड़गढ़ में रावतभाटा क्षेत्र जो की एशिया का सबसे न्यूक्लियर पॉवर हब है। यहॉ पर देश विदेश के महत्वपुर्ण परमाणु वैज्ञानिकों, शौधार्थियों, शैक्षिक भ्रमण दलों के साथ साथ अतिसंवेदनशील परमाणु उपकरणों तथा विद्युत शक्ति उपकरणों व कलपुर्जो का आवागमन होता रहता हैं। इसके साथ ही राणाप्रतापगसागर बांध, भैंसरोड़गढ़ वन्यजीव अभ्यारण्य, चम्बल नदी आदि के कारण भी वर्ष पर्यन्त लाखों सैलानियां का यहॉ आना लगा रहता है। रावतभाटा की कोटा से दुरी केवल 40 कि.मी. हैं लेकिन यहॉ के लिये पंहुचने को रोड़ काफी दुर्गम हैं, जिस कारण से यहॉ पंहुचने वाले प्रत्येक जन का काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसलिये क्षेत्रवासियों की आवश्यकता व आने वाले सैलानियों एवं वैज्ञानिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुये भारतमाला-2 के तहत रावतभाटा से कोटा मार्ग के निर्माण किये जाने की आवश्यकता को बताया।

इस मार्गो के लिये किये गये आग्रह पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी जी ने स्पर योजना में प्रतापगढ़ रोड़, चित्तौडगढ़ में रिंग रोड़ तथा भारतमाला-2 के तहत रावतभाटा कोटा मार्गो के निर्माण के लिये सर्वे के निर्देश अधिकारीयों को दिये।

राष्ट्रीय राजमार्ग 162-ई चारभुजा-कुम्भलगढ़ -हल्दीघाटी- नाथद्वारा-मावली-वल्लभनगर-भटेवर मार्ग जिसमें उदयपुर जिले में स्थित भटेवर से मावली होते हुये नाथद्वारा तक के खण्ड के उन्नयन के कार्य को प्रारंभ करने के लिये किये आग्रह पर मंत्री ने बताया की इसके कार्य के लिये इसी वर्ष टेण्डर किये जाने के निर्देश दिये हैं जिससे कार्य प्रारंभ हो जायेगा इस मार्ग से वल्लभनगर-मावली समेत चित्तौड़गढ़ से कुम्भलगढ़ जाने वाले यात्रीयों को इसका लाभ मिलेगा।

अहमदाबाद-किशनगढ़ सिक्स लेन पर विभिन्न गावों के लिये अण्डरपासों के निर्माण तथा उनके दुरस्तीकरण की अत्यन्त आवश्यकता है को भी बताया।
इसके साथ ही प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय के लिये सड़क बाईपास की जानकारी प्रदान की तथा जिला स्तर पर आ रही समस्याओं से अवगत करवाया।