डुंगला क्षेत्र में काला सोना की फसल अपने यौवन पर तस्कर पहुंचने लगे खेतों की मेड़ों पर।

डुंगला। उपखंड क्षेत्र में इस वक्त अफीम की फसल यानि काला सोना खेतों में अपने यौवना अवस्था पर है। इसके चलते काश्तकारों ने अपने डेरे खेतों में डाले हुए हैं। जिस की रखवाली को लेकर दिन रात चाक-चौबंद रह रहे हैं। काश्तकारों की  प्रिय फसल तथा इनकम सोर्स में होने के कारण काश्तकार इसके लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहता है। फसल को नीलगाय से बचाव के लिए रात भर जागता रहता है। खेतों की मेड़ों पर झोपड़ी नुमा आशियाने बनाए हुए हैं रात्रि में फसल को जंगली जानवर से बचाव के लिए झोपड़ियों के झरोखे से निगरानी रखते हैं।  इसके साथ ही क्षेत्र में मादक पदार्थ की तस्करी में भी तेजी आने लगी है। तस्कर खेतों की मेड़ों तक पहुंचने लगे हैं। कुछ स्थानों पर अगेती फसल के चलते चिर के लिए लगभग तैयार है। तो देर से बुवाई वाले क्षेत्रों में अभी फूल डोडै निकल रहे है।