संभागीय आयुक्त, रेंज आईजी, पुलिस आयुक्त, जिला कलेक्टर एवं एसपी के साथ ‘सुशासन’ पर चर्चा

चित्तौड़गढ़। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक आमजन के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण रखते हुए उनकी समस्याओं का निस्तारण करें और लोक सेवाओं की डिलीवरी बेहतर कर सुशासन का अहसास कराएं। उन्होंने कहा कि आपका एक नवाचारी कदम समाज में आमूल सकारात्मक बदलाव ला सकता है। उषा शर्मा सोमवार को यहां शासन सचिवालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागीय आयुक्त, रेंज पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस आयुक्त, जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के साथ ‘सुशासन’ पर चर्चा कर रही थीं। इस दौरान चित्तौड़गढ़ से जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल सहित कई जिला स्तरीय अधिकारी वीसी से जुड़े।
  मुख्य सचिव ने कहा कि हम संवेदनशील रहकर हर व्यक्ति की मदद करें और उनकी परेशानी को कम करने की कोशिश करें। विशेष तौर से महिलाओं एवं समाज के कमजोर तबके के लोगों को सशक्त करें और उनको एहसास दिलाएं कि शासन-प्रशासन आपके साथ है। ज्यादा से ज्यादा लोगों की सुनवाई हो और उत्तरदायित्व के साथ उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण हो। उन्होंने मुख्यमंत्री की मंशा के मुताबिक सर्विस डिलीवरी व्यवस्था को मजबूत करने और जनसुनवाई एवं सम्पर्क पोर्टल पर आने वाले प्रकरणों का गुणवत्ता के साथ समय पर निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक स्वयं अपने स्तर पर प्रकरणों का निस्तारण करेंगे तो निचले स्तर पर व्यवस्था अपने आप बेहतर होगी।

प्रभावी मॉनिटरिंग करें, पात्र व्यक्ति को लाभ मिले
 उषा शर्मा ने राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं, बजट घोषणाओं, जन घोषणाओं एवं मुख्यमंत्री के निर्देशों की क्रियान्विति के लिए प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कल्याणकारी योजनाओं का सही मायने में पात्र व्यक्ति को लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में शत प्रतिशत नागरिकों को कवर करने, कोविड राहत पैकेज के प्रकरणों का निस्तारण करने, निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने एवं समाचार पत्रों की रिपोर्ट का संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

एक नवाचारी कदम समाज में आमूल बदलाव ला सकता है

मुख्य सचिव ने सुशासन के लिए नवाचारी कदम उठाने पर जोर देते हुए कहा कि आपका एक कदम समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। उन्होंने कहा कि नवाचार ऐसे हो जिनकी देशभर में पहचान बनें। उन्होंने कहा कि अगर मिशन मोड पर कोई अभियान शुरू करेंगे तो सफलता निश्चित ही मिलेगी। उन्होंने पहले से चल रहे अच्छे नवाचारों को मंजिल तक पहुंचाने का प्रयास करने पर बल दिया। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण, बच्चों के समुचित विकास एवं डिजीटल तकनीक को बढ़ावा देकर सर्विस डिलीवरी बेहतर करने के लिए नवाचार करने के निर्देश दिए।
‘आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय’ की संकल्पना को साकार करें
मुख्य सचिव ने ‘आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय’ की संकल्पना को साकार करने के लिए राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था बनाने और आम नागरिक को भयमुक्त जीवन जीने का माहौल मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था संबंधित कोई प्रकरण होने पर जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक स्वयं मौके पर पहुंचें। महिलाओं के विरूद्ध अपराध एवं पोक्सो प्रकरणों में विशेष संवेदनशीलता बरतते हुए त्वरित एवं कड़ी कार्यवाही करें। एससी-एसटी एक्ट संबंधी प्रकरणों में पीड़ितों को सुरक्षा एवं सहायता राशि समय पर दिलाना सुनिश्चित करें। साइबर अपराध रोकथाम के लिए त्वरित कार्यवाही करने के साथ प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। पुलिस के ट्विटर हेंडल पर मिलने वाली शिकायतों पर तुरंत प्रभाव से प्रतिक्रिया व्यक्त करें। उन्होंने अवैध खनन रोकने के लिए माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

नवाचार साझा किए, सुशासन के लिए दिए सुझाव

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े संभागीय आयुक्त, रेंज पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस आयुक्त, जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षकों ने मुख्य सचिव से संवाद करते हुए अपने जिलों में किए गए नवाचार साझा किए और सुशासन के लिए सुझाव दिए।