डूंगला उपखंड के किशन करेरी में मनाया जा रहा पक्षी गणना सप्ताह।

 डूंगला। उपखंड क्षेत्र के पक्षी विहार तालाब किशन करेरी पर एक दिवसीय पक्षी गणना सप्ताह का आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम का आयोजन फाउंडेशन फॉर  इकोलॉजी सिक्योरिटी संस्था व स्थानीय संगठन ग्रीन अर्थ नेचुरल सोसायटी किशन करेरी के सयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। जिसमें पक्षी गणना सप्ताह मनाया गया। इस एक दिवसीय जलीय पक्षी गणना में चित्तौड़गढ़ जिला क्षेत्र के कई संगठनो  के स्वयंसेवको के साथ स्थानीय संगठन के सदस्यों ने भाग लिया। इस दौरान कार्यक्रम की शुरुआत एफईऐस संस्था के जिला प्रभारी सांवरमल जाट व ग्रीन अर्थ नेचुरल सोसाइटी के अध्यक्ष भेरू लाल पुरोहित द्वारा की गई। जिसमें कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा  की गई । इस पक्षी गणना के दौरान एफ ई एस संस्था के अलग- अलग ब्लॉक से स्वयंसेवको ने भाग लिया जिसमे से डूंगला ब्लॉक से राहुल शर्मा, हितेश कुमार टाक , भदेसर से देवेंद्र त्रिपाठी, मंजू शर्मा कपासन, राजेंद्र सिंह भोपालसागर, बड़ी सादड़ी से रामेश्वर लाल मीणा, बड़ी सादडी देवीशंकर सुखवाल राशमी, ओमप्रकाश मेघवाल चित्तौड़गढ़, सुनीता कुंवर गंगरार, लीला व्यास निबाहेड़ा सहित स्थानीय संगठन के भैरु लाल पुरोहित मोहन सिंह शक्तावत, श्याम लाल गुर्जर, नीलेश पुरोहित, घनश्याम मेनारिया, प्रहलाद पुरोहित, विकास पुरोहित, दिनेश पुरोहित ,प्रकाश पुरोहित , कुनाल शर्मा ने पक्षी गणना में भाग लिया। पक्षी गणना से पूर्व सभी को पक्षी गणना के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों के व् नियम के बारे में विस्तार से बताया गया। पक्षी गणना हेतु अलग-अलग तीन दल बनाए गए। जिनमें सारस दल, सफेद हवासिल दल, राजहंस दल बनाये गए। इन दलों ने मिलकर दो घंटे तक इस तालाब क्षेत्र में जलीय पक्षियों की गणना की। इस दौरान तीनो दलों ने मिलकर 45 से अधिक प्रजातियों के पक्षी को सूचि में दर्ज किया गया। जिनमे सारस, सफेद हवासील, सरपट्टी सवन, अबलख बतख, शिवहंस, सींखपर, तिधारी बतख, छोटी लाल सिर बतख,  जामुनी जलमुर्गी जाँगिल आकर्षक बने रहे। गणना के पश्चात् सभी दलों का आंकलन लिया गया। जिसमे सफेद हवासील (पेलिकन) दल प्रथम रहा। मौके पर उपस्थित संगठनों के पदाधिकारियों ने बताया कि इस पक्षी गणना से बहुत कुछ सीखने को मिला है वही पक्षियों के संरक्षण को लेकर जागरूकता लाने पर भी अपनी सहमति दर्ज की।