चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति ने दुर्ग स्थित मीरा मंदिर में संत रविदास की जयंती मनाई।

चित्तौड़गढ़।चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति द्वारा संत रविदास जयंती पर दुर्ग स्थित मीरा मंदिर में संत रैदास जी चरण पादुका जो कि उनकी वक्त मां मीराबाई ने बनाई थी उस पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें याद किया गया।
  इस अवसर विभाग शारीरिक प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के धर्मपाल जी गोयल ने संत रैदास जी के जीवनी पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा संत रविदास जी का जन्म माघ पूर्णिमा 1376 ईस्वी को उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के गोबर्धनपुर गांव में हुआ रविदास जी चर्मकार कुल के होने के नाते वे जूते बनाते थे उनका जन्म ऐसे समय हुआ जब उत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में मुगलों का शासन था चारों और हत्या चार गरीबी भ्रष्टाचार शिक्षा का बोलबाला था उसमें मुस्लिम शासकों द्वारा प्रयास किया जा रहा था कि अधिकांश हिंदुओं को मुस्लिम बनाया जाए संत रविदास जी की प्रसिद्ध निरंतर गई थी एक मुस्लिम पीर सदना पीर इनको मुसलमान बनाने आया पर इनके चमत्कार से वह मुस्लिम भी हिंदू बन गया संत रविदास जी ने अपने दोहों व पदों के माध्यम से समाज में जातिगत भेदभाव को दूर कर सामाजिक एकता पर बल दिया वह हिंदू संस्कृति के जीवन मूल्यों की नींव रखी वही महोत्सव समिति के अध्यक्ष मुकेश नाहटा ने कहा कि चित्तौड़ से संत रैदास जी का बहुत ही गहरा नाता है मेड़ता की बेटी मेवाड़ की बहु रानी व कृष्ण भक्त मीरा बाई उनके शिष्य थी यह भी कहा जाता है कि चित्तौड़ के राणा सांगा की पत्नी झाली रानी भी उनकी शिष्या बनी वहीं मीरा मंदिर में इनकी छतरी चरण पादुका भी है कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बॉक्स शारीरिक प्रमुख धर्मपाल जी गोयल चित्तौड़ी आठम महोत्सव समिति के अध्यक्ष मुकेश नाहटा गोरक्षा  प्रमुख विहिप गोपाल जी दाधीच पूर्व बजरंग दल जिला संयोजक जगदीश गंगवाल अमन गौड़ विपुल सिंह पंकज लोट बंटी लोहार राहुल दीक्षित नरेश शर्मा देवेंद्र सिंह चीकू विशाल ट्रेलर अक्षय सेन प्रताप सिंह चीनू मनीष उमेश बंटी आदि कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।