मोहर मंजरी कच्ची बस्ती में विश्व मानवाधिकार एसोसिएशन ने की जनसुनवाई।

चित्तौड़गढ़।जहां सभी सरकारी कल्याणकारी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने से लोगो को राहत मिली वहीं किसी के लिए मुसीबत भी खड़ी हुई है यह समस्या है मोहर मंगरी, कच्ची बस्ती की महिला की जिसका बारह वर्षीय पुत्र विकलांग है जो उठने बैठने में भी असमर्थ है, जिसके फिंगर प्रिंट नही आ पाने के कारण ऑनलाइन पेंशन के लिए आवेदन नही हो रहा है। यह समस्या मोहर मगरी कच्ची बस्ती के आंगनबाड़ी केंद्र पर आयोजित विश्व मानवाधिकार एसोसिएशन की जनसुनवाई में उभर कर सामने आई।
   सभा में मौजूद अधिकांश महिलाओ ने उनके आवास पर शौचालय सुविधा का अभाव होने के कारण आज के समय में बाहर जाना जो महिलाओ के लिए दुष्कर है, मुख्य समस्या बताई।
कई महिलाओ की व्यक्तिगत समस्यायें और राशन कार्ड न होने के कारण खाद्य सामग्री का न मिल पाने जैसी अनेक समस्याएं आई।
   जिलाध्यक्ष लीला आगाल ने बताया कि मानवाधिकार एसोसिएशन द्वारा आमजन की इन समस्याओं का शीघ्र समाधान करवाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
मीडिया प्रभारी भावना न्याती ने सभी को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, पालनहार, चिरंजीवी बीमा योजना, निशुल्क कंप्यूटर शिक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
  महासचिव विजयलक्ष्मी ओझा और सचिव आशा पोखरना ने महिलाओ के उत्पीड़न और कानून संबधी जानकारी दी।
उपाध्यक्ष सरस्वती शर्मा ने  आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चो को मिलने वाली समस्त सुविधा और पोषाहार की विस्तृत जानकारी दी। जिसकी समस्त मौजूद महिलाओ ने उक्त आंगन बाड़ी केंद्र की संतोषजनक रिपोर्ट देते हुए कार्यकर्ता की सराहना की। 
  कोषाध्यक्ष मंजू तोषनीवाल ने महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए  आरटीआई के तहत अपने बच्चों को विद्यालय में प्रवेश दिलाने की सुविधा भी उजागर की। सभा का संचालन जया तोषनीवाल ने किया और साथ ही कोविड टीकाकरण के लिए भी जागरूक किया। 
  इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मीरा, मोहर मंगरी की महिलाएं मांगी बाई लौहार, हंसा कंवर, झमकू भील, परवीन बानू, देऊ बैरवा, भूरी भील, सन्तोष सुथार, सीमा मराठा आदि सहित कई महिलाएं मौजूद थी।