जीवन जीने की कला है स्काउटिंग - डाॅ. वसीम खान

चित्तौड़गढ़। स्काउट/गाइड गतिविधि के माध्यम से युवक-युवतियों को पर्सनल्टी डेवलपमेंट का सुअवसर प्राप्त होता है। स्काउट कैंप के माध्यम से युवाओं में अनुशासन, आत्मविश्वास, स्वाबलम्बन, लीडर शिप, साहस, भाईचारा, प्रकृतिप्रेम, कला कौशल, समाजसेवा व देशप्रेम आदि गुणों का विकास होता है। ये विचार आर.एन.टी. काॅलेज के प्रबन्ध निदेशक डाॅ. वसीम खान ने व्यक्त किये ।
चन्द्र शंकर श्रीवास्तव सी.ओ. स्काउट ने बताया कि राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जिला मुख्यालय चित्तौडगढ के तत्वावधान में संचालित जिला स्तरीय निपुण रोवर/रेंजर प्रशिक्षण व जांच शिविर के चैथे दिन बौद्धिक सत्र के मुख्य अतिथि डाॅ. वसीम खान ने अपने उद्बोधन में सभी रोवर व रेंजर को एक पवित्र आन्दोलन से जुड़ कर सेवा कार्य के लिए तैयार रहने कि शुभकामना देते हुए कहा कि स्काउटिंग विद्यार्थियों को जीवन जीने की कला सिखाती है। बौद्धिक सत्र की विशिष्ठ अतिथि दीक्षा इन्टरनेशनल एवं बचचन प्ले स्कूल कपासन की प्रबन्धक नीमा खान ने स्काउट गाइड की मुख्य एक्टिविटी कैम्पिंग, एडवेंचर, कम्यूनिटी डवलपमेंट, इन्टरनेशनल एक्टिविटी, स्किल डेवलपमेंट, शिविर ज्वाल, हाइकिंग, आदि का हवाला देते हुए कहा कि स्काउटिंग मानव को मानव से जोडने की एक सशक्त कडी है ।
इससे पूर्व शिविर के तीसरे दिन रोवर रेंजर ने हाइक करते हुये ऐतिहासिक चित्तौड़गढ़ दुर्ग का भ्रमण कर मेवाड़ के गौरवपूर्ण इतिहास की जानकारी प्राप्त की। रोवर रेंजर ने हाइक के दौरान चित्तौड़गढ़ व्यू पोइन्ट, कुम्भा महल, फतह प्रकाश महल, नौलखा भण्डार, सातबीस देवरी जैन मंदिर, विजय स्तम्भ, जौहर स्थल, गौमुख, कालिकामाता, पद्मिनी महल आदि दर्शनीय स्थलों के साथ साथ लाइट एण्ड साउन्ड शो देख कर चित्तौड़गढ़ का इतिहास जानने का सुअवसर प्राप्त हुआ।  
शिविर संचालक चतर सिंह राजपूत ने बताया कि शिविर में रोवर रेन्जर को शिविर कला, टोली विधि में रहना, स्काउट गाइड आन्दोलन की जानकारी, नियम, प्रतिज्ञा, प्रार्थना, झण्डागीत, राष्ट्रगान, ध्वज शिष्टाचार, पायनीयरिंग, प्राथमिक सहायता, खोज के चिन्ह, अनुमान लगााना, हाइक सामुदायिक विकास कार्यक्रम, दक्षता पदक, लाॅकबुक, आपदा प्रबंधन, टेन्ट लगाना, गैजेट्स व उनका उपयोग आदि विषयों का प्रशिक्षण देकर समाज व देश सेवा के लिये तैयार किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन स्काउटर सत्य नारायण सोमानी ने किया।
   इस अवसर पर प्रशिक्षक मनोज बोहरा, फरमान अली, गाइडर शीला दशोरा, भॅवर कॅवर तॅवर , राष्ट्रपति रोवर दिव्यांशु कुमावत, सीनियर रोवर मेट प्रियदर्शन सिंह चारण, जयश्री कुमावत, सोनल कुमावत आदि उपस्थित थे।