क्षेत्र मे ये लापरवाही कहीं पड़ न जाए भारी, कोरोना विस्फोट के बीच की ये ढील बढ़ा सकती है परेशानी।

भूपालसागर। भूपालसागर पंचायत समिति के ग्राम पंचायत चोरवडी व आकोला में एक-एक व्यक्ति कोरोना पोजिटिव मिला। चोरवडी निवासी एक व्यक्ति उम्र-60, आकोला मे व्यक्ति उम्र 45 वर्ष, दोनों व्यक्तियों को अपने ही मकान में परिवार को सिप्ट कोरेटिन किया। पोजिटिव आने से प्रशासन हरकत में आ गया।शनिवार को आकोला कुमावत मौहल्ले मे 7 आरटीपीसीआर सेंपल लिए गए। आकोला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विभाग डॉक्टर ओमप्रकाश गुप्ता, निशांत कुमार, चंद्रप्रकाश जोशी, पंकज टेलर, अभिषेक माली मय पुलिस प्रशासन ने कुमावत मौहल्ले मे कोरोना गाइडलाइन की हिदायत दी।


विद्यालयों, बस स्टैंड बाजारों में लापरवाही

जानलेवा कोरोना की लहर में महामारी को लेकर सरकार व प्रशासन वैसे तो एक-एक कदम फूंक फूंक कर आगे बढ़ा रहा है फिर भी कई जगह ऐसी लापरवाही भी हो रही हैं जो कभी भी भारी पड़ सकती है। अब तक कोरोना महामारी की दहशत से बचकर चल रहे आकोला ग्रामवासी लेकिन देखते ही देखते कोरोना ने दस्तक दे ही दी। बीते सप्ताह भर में कपासन, भूपालसागर, चोरवड़ी व आकोला मे पॉजिटिव सामने आ चुके है, अगर अभी भी हालात पर गौर नहीं किया और सावधानी नहीं बरती तो समस्या विकट हो सकती है। धीरे-धीरे खतरे की और बढ़ता जा रहा है। हालात इतने गंभीर होने के बावजूद पुलिस प्रशासन व चिकित्सा महकमा गंभीर नहीं हो रहा है। महामारी से संक्रमित व्यक्ति को कैसे रखा जाये, जरूरी बातों के के बारे में किसी प्रकार की कोई खास जानकारी तक नहीं है।प्रशासन ने भले पूर्व मे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मे कोविड केयर सेंटर बना दिया है लेकिन अभी तक एक भी व्यक्ति को इस सेंटर में नहीं डाला गया था। जबकि अभी भी कोविड़ केयर सेंटर के ताला लगा कर, सिर्फ शो फिस के नाम पर बना दिया। भले ही पॉजिटिव या उसके फैमिली सदस्य सरेआम नियमों की उड़ा रहे गाइडलाइन की धज्जियाँ। प्रशासन भी सरेआम लापरवाही बरत रहा है। गांव में पुलिस के जवान अपना फर्ज निभा रहे हैं, स्पीकर साउंड के साथ ऐलान भी कर रहें है, ताकि लोग सुरक्षित रह सके। जबकि हालात हकीकत में यह है कि होम क्वॉरेटीन किए गए कई लोग के परिवार के सदस्य बाहर घूम रहे है। वहीं कोरोना रिपोर्ट भेजी गई व्यक्ति रिपोर्ट आने से पूर्व कई व्यक्तियों से सम्पर्क हो रहा है। लेकिन सम्पर्क होने वालों का प्रशासन भी ध्यान नहीं दे रहे है। एक तरफ सरकार जहां लोगों को इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए जतन कर रही है एवं सुरक्षित रखने गाइडलाइन व लॉकडाउन का पालन करने पर जोर दे रही है। किन्तु इस बार लोग इन सभी बातों को हंसी में उडाते नजर आ रहे हैं। विद्यालयों मे विद्यार्थियों के मास्क तक नहीं लगे हुए है, वहीं बस स्टैंड, बाजारों का आलम भी यही हैं। लोग तो इसका रत्तीभर भी पालन करते नजर नहीं आ रहे है। विद्यालय, बस स्टैंड, व्यापारी, किराणा दुकानदार आमलोगों को बीना मास्क के घुमते देखा जा सकता है, दिनभर उडा रहे गाइडलाइन की धज्जियाँ। अगर ग्रामीणों की भी लापरवाही इसी तरह रही तो, ये लापरवाही कहीं पड़ न जाए भारी, कोरोना विस्फोट के बीच की ये ढील बढ़ा सकती है परेशानी।