सामान्य वर्ग के आरक्षित जिला प्रमुख व प्रधान सामान्य ही हो

चित्तौड़गढ़। मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के जिला महामंत्री तेजपाल सिंह शक्तावत ने बताया कि रविवार 6 दिसम्बर को प्रातः 9ः30 बजे सामान्य वर्ग से ब्राह्मण समाज, राजपूत समाज, वैश्य समाज आदि के संगठनों के पदाधिकारी व प्रमुख लोगों की सामूहिक बैठक आयोजित हुई जिसमें जिला परिषद व पंचायत समिति के निर्वाचन की प्रक्रिया के बाद अब जिला प्रमुख व प्रधान चुने जायेंगे जिसके संबंध में चर्चा कर सामान्य वर्ग के आरक्षित जिला प्रमुख व प्रधान पदों पर सामान्य वर्ग से ही किसी भी जाति के निर्वाचित होने वाले जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्यों को ही अवसर दिये जाने की मांग उठी। सभी सामान्य वर्ग के समाज के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया कि दोनों ही प्रमुख दलों भाजपा व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्षों, जिलाध्यक्षों व जिला चुनाव प्रभारियों को पत्र लिखा जाय व सांसद, विधायकों आदि से वार्ता कर इसके लिये मांग की जाय क्योंकि आरक्षित सामान्य वर्ग में अगर अभी इनको मौका नहीं दिया जाता तो सामान्य वर्ग इससे वंचित रहेगा जो उचित नहीं है। सभी ने एक स्वर में कहा कि दोनों ही राजनैतिक दलों ने अगर सामान्य वर्ग से निर्वाचित सदस्यों को टिकिट नहीं दिया तो आगे आने वाले समय में इसका गंभीर परिणाम भुगतना होगा।
बैठक में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष सहदेवसिंह नारेला, जौहर स्मृति संस्थान के अध्यक्ष तख्तसिंह फाचर सोलंकी, महामंत्री मंगलसिंह खंगारोत, संयुक्त मंत्री गजराजसिंह बराड़ा, कोषाध्यक्ष नरपतसिंह भाटी, ब्राह्मण समाज से सुभाषचन्द्र शर्मा, सचिन कुमार त्रिपाठी, दीपक दाधीच, मनोज सुखवाल, वैश्य समाज से सुनिल जागेटिया, क्षत्रिय युवक संघ से दिलीपसिंह रूद व लक्ष्मणसिंह भाटी, श्री राजपूत करणी सेना जिलाध्यक्ष भूपेन्द्रसिंह भाटी, उपाध्यक्ष भूपेन्द्रसिंह खोर, चमनपालसिंह आकोलागढ़, खुमानसिंह आछोड़ा, एस.पी.सिंह राठौड़, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासंघ जिलाध्यक्ष कानसिंह सुवावा, भंवरसिंह नेतावलगढ़, भानुप्रतापसिंह राघव, समर्थसिंह शेखावत सहित कई लोग उपस्थित थे।