चम्बल परियोजना से सालों-साल के लिए दूर हो जाएगा पेयजल संकट व मुख्यमंत्री द्वारा पेश किया गया बजट ऐतिहासिक - सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत

चित्तौड़गढ़ 16 मार्च। राज्य मंत्री और राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने बुधवार को विभिन्न कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। सुबह 10 बजे पूरबिया समाज द्वारा निवास स्थान पर जाड़ावत का स्वागत किया गया। जाड़ावत 10:30 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सेमलपूरा में आयोजित वार्षिकोत्सव में शिरकत करने पहुंचे। यहाँ उन्होंने अपने उद्भोदन में बालिका शिक्षा पर जोर दिया। जाड़ावत ने कहा कि जिस घर में बेटी होती है, उस घर में रौनक रहती है और एक बेटी दो घरों को रोशन करती है। उन्होंने कहा कि आज के समय महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं है। उन्होंने कार्यक्रम में “लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ” का नारा भी दिया और बालिकाओं ने इस नारे को दोहराया।

जाड़ावत ने मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश को दी गई कई सौगातों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के समस्त दसवीं कक्षा के विद्यालयों को बाहरवीं तक क्रमोन्नत करने का काम मुख्यमंत्री गहलोत ने किया है। उन्होंने बताया कि इसी वर्ष जिले में मेडिकल कॉलेज भी शुरू हो जाएगा जिससे बड़ी संख्या में स्थानीय विद्यार्थियों को डॉक्टर बन्ने का अवसर प्राप्त हो सकेगा। उन्होंने 1,025 करोड़ रूपए की लागत की चम्बल परियोजना की जानकारी देते हुए बताया कि इससे भविष्य में 365 गांवों और चित्तौड़गढ़ शहर का पेयजल संकट दूर हो जाएगा और सालों-साल पेयजल की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। इस स्कूल की प्रधानाध्यापिका के निवेदन पर उन्होंने हाथों-हाथ विद्यालय में बाउंड्रीवोल निर्माण की घोषणा की। ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू करने कर कर्मचारियों ने जाड़ावत के माध्यम से मुख्यमंत्री गहलोत का आभार भी व्यक्त किया।

इसके बाद उन्होंने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आंवलहेडा, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय एराल में आयोजित वार्षिकोत्सव में शिरकत की। राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने दोपहर में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मेजर नटवर में सिंहद्वार का भी लोकार्पण किया। इस दौरान उनका जगह-जगह आमजन द्वारा स्वागत किया गया। राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने कहा है कि वे आमजन की हर समस्या के समाधान के लिए तत्पर हैं।