अखिल भारतीय साहित्य परिषद के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक जाकर देखी काश्मीर फाइल

अखिल भारतीय साहित्य परिषद निंबाहेड़ा एवं चितौड़गढ़ के संयुक्त तत्वावधान में परिषद के कार्यकर्ता निंबाहेड़ा स्थित मल्टीप्लेक्स में काश्मीर फाइल सामूहिक रूप सपरिवार देखने पहुंचे। परिषद के जिलाध्यक्ष राजेश गांधी ने बताया कि कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर आधारित इस मूवी को देखने का कार्यक्रम परिषद ने सामूहिक रूप से बनाया। इस हेतु मल्टीप्लेक्स की 165 सीट को बुक करवाया गया। इस फिल्म ने सेक्युलरिज्म का झूठा चश्मा लगाए लोगों को उजागर किया है। इस फिल्म में सच कहा है कि सच जब तक जुटे पहनता है तब तक झूठ पूरी दुनिया का चक्कर लगा लेता है। कश्मीर के 1990 की घटना का जिक्र करते हुए फिल्म में दिखाया गया कि कैसे मुस्लिम आक्रांताओं ने कश्मीरी पंडित सहित हिन्दुओं को खुले आम धमकी देते हुए नारे लगाए कि या तो धर्म बदल लो, या भाग जाओ या मर जाओ। जो नहीं भागे उन्हें चुन चुन कर मारा गया। आतंकवादियों ने यहां तक कहा कि अपनी औरतों को छोड़ कर हिंदू मर्द चले जाए। 
लोगों का कहना था कि केवल दस प्रतिशत घटनाओं का जिक्र ही इस मूवी में है सोचिए उस वक्त कश्मीरी पंडितों पर क्या बीती होगी।
परिषद के कार्यकर्ता अपने बैनर के साथ सिनेमा हॉल पहुंचे। भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों के साथ माहौल गुंजायमान हो उठा। सभी कार्यकर्ताओं का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रुप में डॉक्टर सुशीला लड्ढा, डॉक्टर दामोदर लड्ढा एवं किन्नर रमेश बुआ जी उपस्थित रहे। परिषद के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश चौधरी प्रांत महामंत्री पंकज कुमार झा, इकाई अध्यक्ष सत्यनारायण जोशी, महामंत्री कृष्णा वैष्णव, तृप्ति कुमावत, सुशीला माहेश्वरी, दीपिका शर्मा, शशि कुमार जोशी, घनश्याम तोसावडा, जानकी लाल जोशी, श्यामा सोलंकी, प्रहलाद क्रांति, मनोज सोनी, सुरेश कुदाल, अभय सिसोदिया, राधा किशन साहू, ललित झा, मुकेश देवड़ा, कृष्णा सिन्हा, जगदीश कुमावत, राकेश कुमावत, राजू चपलोत सहित 165 कार्यकर्ता उपस्थित रहे। प्रांत महामंत्री पंकज कुमार झा ने कहा कि भारत के युवाओं को यह फिल्म अवश्य देखनी चाहिए। जिससे नकली सेक्युलर होने का चश्मा उतर जाएगा। एक हिंदू ही है जो सभी धर्मों को सम्मान के साथ, साथ लेकर चलने की भावना रखता है और यदि उस हिंदू को ही खत्म कर दिया जाएगा तो लोकतंत्र भी जीवित नहीं रह पाएगा। धन्यवाद ज्ञापन श्रीपाल सिसोदिया ने किया।