सरसों की फसल को लेकर किसानों के चेहरे चमके, मौसम ने काश्तकारों का साथ दिया तो बंपर पैदावार होगी

डुंगला। कस्बे सहित क्षेत्र में पीला सोना कही जाने वाली फसल सरसो की बंपर पैदावार को लेकर ग्रामीण काश्तकारो में खुशी की लहर दिखाई दी। जानकारी में किसान दलित चंद जेतपुरा द्वारा बताया गया कि इस बार मावठ तथा बरसात के चलते मौसम अनुकूल रहने से क्षेत्र में अधिकांश काश्तकारों ने सरसों के साथ चना की बुवाई की । सरसों अपने यौवन अवस्था में है जहां किसानों के खेत मैं लहलहा रही हैं। पीला सोना यानी सरसों की महक किसानों के खेत में दिखाई देने लगी है। वहीं मौसम ठंडा रहने तथा मौसम में आए बदलाव के चलते इस बार सरसों में कोई भी हो देखने को नहीं मिला सरसों में अधिकांशतः मोयला लोग देखने को मिलता है लेकिन इस बार रोग नहीं होने से पैदावार में इजाफा होगा। मौसम के अनुकूल होने से लागत से अधिक उत्पादन की चाह में  किसानों ने सरसों की बुवाई पिछले साल की तुलना में अधिक मात्रा में की। प्रकृति ने किसानों का इस बार भरपूर साथ दिया है। जिससे रबी की फसलें  शानदार खिली हुई नजर आई। जिसमे  गेहूं, चना के साथ सरसो की फसल हरियाली के साथ पीले फूलों से लदी हुई है। जिसको देख किसान खुशी से झूम उठे हैं। शानदार फसल को देखकर जहां एक और ग्रामीण काश्तकार खुशी से झूम रहा है वही जंगली जानवर नीलगाय फसलों को रौंदकर तहस-नहस करने में लगी है इसका किसानों को मलाल है।