भूपालसागर क्षेत्र में प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण हटाया।

भूपालसागर। उदय लाल पिता बेरा माली निवासी भूपालसागर द्वारा ग्राम भूपालसागर की चारागाह आराजी नंबर 1235 में 0-06 हेक्टेयर भूमि पर अतिक्रमण कर इसमें ट्यूबवेल लगा दिया गया था एवं पक्का निर्माण कर एक टिन शेड युक्त 10 × 4 वर्ग मीटर कुल 40 वर्ग मीटर क्षेत्र में कमरा बना लिया था। अतिक्रमि को धारा 91 के तहत कार्यवाही कर तलब किया गया एवं अतिक्रमण हटाने हेतु कहा गया परंतु अतिक्रमि अतिक्रमण हटाने के लिए सहमत नहीं हुआ। पहले भी इस व्यक्ति द्वारा राजकीय भूमि पर अतीचार किया गया था। बार बार अतिक्रमण करने की इस प्रवृत्ति को रोकना नितांत आवश्यक था, इस कारण से इसे तहसीलदार न्यायालय द्वारा 3 माह की सिविल करावास की सजा से दंडित किया गया और मौके से भौतिक रूप से बेदखल करने के आदेश दिए गए। तहसीलदार के आदेश के विरुद्ध अतिक्रमि ने सक्षम न्यायालय में अपील की जहां से अतिक्रमण को मौके से भौतिक रूप से बेदखली के तहसीलदार के आदेश को यथावत रखते हुए 3 माह की सजा को निरस्त कर दिया गया परंतु अतिक्रमि द्वारा मौके से स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाया गया इसके अलावा उक्त अतिक्रमि ने बाबूडी मगरी से चक भूपालसागर जाने वाले तालाब के रास्ते को भी अवरुद्ध कर दिया इस बाबत भी ग्रामवासियों की शिकायत आई थी इस पर की अतिक्रमी को रास्ते से अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया परंतु उक्त रास्ता आराजी नंबर 1249 रकबा 0.07 हैक्टर पर अतिक्रमण कर रास्ता अवरुद्ध कर दिया। ग्राम पंचायत  मनरेगा की लेबर लगाकर इस रास्ते को का सुधार करना चाहती थी परंतु अतिक्रमि के हट की वजह से यह संभव नहीं हो पा रहा था इस कारण से इस अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई नितांत आवश्यक हो गई थी इस क्रम में पूर्व निर्धारित दिनांक 17 जनवरी  को मौके पर ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध संसाधनों एवं पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में उक्त अतिक्रमण को हटाया गया। चरागाह भूमि में बनाए गए 10 * 4 वर्ग मीटर कमरे को कमरे में खेती में काम आने वाले कुछ सामान पढ़े थे जिन्हें अतिक्रमी के परिवार जनों द्वारा खाली कराया गया। अतिक्रमि के परिवारजनों ने मौके पर शांति भंग करने की कोशिश की जिन्हें मोतबीर्रान एवं पुलिस की मदद से समझाइश कर हटाया गया एवं अतीकरमित भाग से पक्के निर्माण को ध्वस्त किया गया एवं ट्यूबवेल की मोटर/ पाइप/ केबल इत्यादि निकाल कर जप्त सरकार लेकर ग्राम पंचायत को सुपुर्दगी में दिया गया। अतिक्रमि उदय लाल कार्यवाही के दौरान मौके से फरार हो गया एवं उसके परिवारजनों यथा पुत्र पुत्र वधू एवं पत्नी द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में बाधा उत्पन्न करने का प्रयास किया गया जिन्हें समझाइश कर शांत किया गया मौत विरान की उपस्थिति में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई संपन्न की गई।