खोर गांव में राम- जानकी मंदिर पर भजन संध्या के साथ हुई हवन शांति।

खोर गांव में राम-जानकी मंदिर बहुत पुराना होकर गांव के तत्कालीन मुखिया ठा. गिरधारी सिंह के समय का बना हुआ है। मंदिर को यथावत रखते हुए वर्तमान में ग्राम वासियों ने  सामूहिक रूप से इसके आगे बरामदा/ स्टोर आदि नव -निर्माण के साथ सौंदर्यीकरण का कार्य कराया गया। इस उपलक्ष में दो दिवसीय धार्मिक आयोजन के तहत प्रथम दिवस 26 जनवरी बुधवार को रात्रि में मंदिर पर आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ भजन संध्या का आयोजन खेरी आश्रम के महंत शिवजी महाराज के सानिध्य में हुआ जिसमें आसपास के भजन गायक कलाकार व ग्रामवासी उपस्थित थे। द्वितीय दिवस गुरुवार को गांव में गंभीर नदी के किनारे त्रिवेणी संगम पर बने समेला महादेव मंदिर से (कोविड-19 की पालना करते हुए )11 कलश में जल भरकर कलश यात्रा मंदिर पर पहुंची इसके पश्चात  भगवान का अभिषेक किया गया तथा राम- जानकी की प्रतिमा को नया बागा( पौशाक) धारण कराया गया। पंडित सत्यनारायण शर्मा व पुष्कर शर्मा ने गांव के मुखिया ठा .लक्ष्मण सिंह की उपस्थिति में यज्ञ वेदी की प्रारंभिक पूजा अर्चना के साथ ही मुख्य यजमान तेजपाल सिंह शक्तावत सहित रामनिवास जाट, देवेंद्र सिंह शक्तावत ,राजाराम जाट ,गोवर्धन डांगी आदि 5 जोड़ों को बिठाकर  सर्वतोभद्र मंडल देवता का आह्वान  कर वैदिक मंत्रोचार करते हुए विधि-विधान से हवन शांति कराकर पूर्णाहुति के साथ मंदिर पर ध्वजा चढ़ाई गई व भगवान चारभुजा नाथ से खुशहाली की कामना की एवं  कोरोना महामारी से निजात दिलाने की प्रार्थना भी की गई तथा प्रसाद व फल वितरण किया गया । इस अवसर पर गांव के वरिष्ठजन रघुनाथ सिंह, लक्ष्मण सिंह, सरपंच प्रतिनिधि चरण सिंह जाट, जगपाल सिंह, गजराज सिंह, डालचंद जाट ,कालूराम जाट मोती लाल जटिया, भैरू लाल रेगर रामनारायण जाट, राजेंद्र सिंह शक्तावत, मनोहर जाट ,देवराज जाट वार्ड पंच बंटू सिंह व गुड्डी बाई, राजू जाट सहित ग्रामवासी मौजूद थे। कार्यक्रम के अंत में नव निर्माण के  कार्य मे देखरेख तथा अग्रणी भूमिका निभाने के लिए ठा. लक्ष्मण सिंह खोर का माला पहना कर सम्मान किया गया और सभी ग्राम वासियों ने आभार जताया। साथ ही इस कार्य में विशेष सहयोग करने वाले रामनिवास जाट, अंबालाल जाट, पप्पू लाल जाट, किशोर जाट, देवेंद्र सिंह शक्तावत, नरेश जाट, रामनिवास गाडरी, धनराज जटिया, रघुनाथ जाट, दुर्गा सिंह शक्तावत, फौजी मनोहर जाट मंदिर के ओसरा पुजारी मनीष वैष्णव का भी माला पहनाकर स्वागत किया गया।  फर्नीचर का काम करने वाले शांतिलाल सुथार ठीकरिया ,  लाइट फिटर मिट्ठू लाल , माईक एंड साउंड भेरू लाल डांगी ठीकरिया, कारीगर जगदीश कुमावत  आदि के कार्य की सराहना करते हुए स्वागत सत्कार किया गया।